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भारतीय कायस्थ समाज की आशा

भारतीय कायस्थ समाज की आशा


 

शिक्षा, रोजगार एवं सामाजिक मिथ को बदलने के प्रयास जैसे तीन मोर्चों पर कायस्थ समाज  संघर्षरत है. ज्यादा पढ़े-लिखे एवं शासन-प्रशासन में वर्चस्व का भ्रम अब टूट चूका है. वास्तविकता यह है कि शिक्षा में कायस्थ पिछले पायदान पर खड़ा है. जब योग्यता ही नहीं हो तो नौकरी  के अवसर कम होंगे ही. हमें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए अपने बच्चों को प्रेरित करना होगा. महानगरों में मुकाम हासिल कर चुके कायस्थ की प्रगति भले थोड़ी संतोषजनक कही  जाय पर अपेक्षाकृत छोटे नगरों एवं गाँव में रहने वाले कायस्थ की स्थिति गरीबी रेखा से भी नीचे कही जा सकती है. 

ऐसा क्यों है? 
 

               यह हमारा दुर्भाग्य ही कहा जायगा कि इसका विश्लेषण करने एवं इस सामाजिक दिक्कतों को दूर करने की इच्छाशक्ति हमारे तथाकथित कायस्थ संगठनों की कभी नहीं रही और आज भी यह संगठन की प्राथमिकता सूची में नहीं है.

भारतीय कायस्थ संगठन इन सब कार्यों के प्रति काफी गंभीर है। 
 

वर्तमान मे कायस्थ समाज बिखरती स्थिति एवं परस्पर अविश्वास की बढ़ती खाई को समाप्त करने के लिए एक अनूठी पहल के अंतर्गत  “अखिल भारतीय कायस्थ संगठन” का गठन किया गया है। इस संगठन का मुख्यद्वार(Entry Point) अति आधुनिक तकनीकी से युक्त वैबसाइट को बनाया गया है, जिसके माध्यम से हम अपनी आवाज, कार्य एवं सेवा हर कायस्थ के घर पहुँचाना चाहते हैं। इस वैबसाइट के माध्यम से आप ऑन लाइन सदस्यता, ऑनलाइन भुगतान, ऑनलाइन सदस्यता प्रमाण पत्र पा सकते हैं। ऑनलाइन डायरेक्टरी सेक्शन मे अपना विवरण दर्ज कर सकते हैं। युवा अपने रोजगार/व्यवसाय के टिप्स, समस्या एवं नौकरी हेतु अपना रेजुमे नियोक्ता तक पहुंचा सकते हैं। अपने समाजहित संबंधी विचार प्रकाशित कर सकते हैं। महिलाओं के सशक्तिकरण, तलाक, पारवारिक समस्या, शादी-व्याह से संबन्धित समस्या पर भी अपने विचार एवं कार्य योजना रख सकते हैं तथा त्वरित समाधान की दिशा मे आगे बढ़ सकते हैं। 
 

                         तीन वैबसाइट का संगम 

www.bhartiyakayastha.org 

www.mangalshadi.com 

www.jobapply.bhartiyakayastha.org             

संगठन के वित्तीय स्थिति की जानकारी भी वैबसाइट के अकाउंट कॉलम पर उपलब्ध होंगे। यानि पूरी पारदर्शिता के साथ सामाजिक कार्य होंगे।         

अविवाहित लड़के-लड़कियों के लिए वैवाहिक पोर्टल की व्यवस्था है, जहां से उपायुक्त वर-वधू की तलाश की जा सकती है।  

अपने पढ़ी हुई पुस्तकें, ब्लड, नेत्र अथवा शरीर के उपयोगी अंग दान करने की इच्छा व्यक्त कर अप्रतिम समाजसेवा का प्रतिमान गढ़ सकते हैं। 

अपने समाज के निचले पायदान पर खड़े परिवार की सही मदद जानकारी के अभाव मे नहीं होती, जिसके लिय संवाद का प्रावधान भी है, जो आप घर बैठे संदेश भेज कर कर सकते हैं।

वैबसाइट के Help us मेनू से कोई भी राशि समाज कल्याण हेतु पेमेंट गेटवे या नेट बैंकिंग के माध्यम से दे सकते है।  “एक सरल योजना भी समाज के सम्मुख राखी गई है। न्यूनतम 10 रुपये प्रतिमाह प्रति घर से सहयोग करें एवं संगठन के मानद सदस्य बने।“ सभी तरह के भुगतान ऑनलाइन/नेट बैंकिंग के द्वारा संगठन के अकाउंट मे ही लिए जा रहे हैं।   

यों तो संगठन के सदस्य कायस्थ समाज के सभी वयस्क व्यक्ति हो सकते हैं, पर पदाधिकारी के जिम्मेवारियों का वहन सक्षम व्यक्ति के हांथों मे ही हो, इसका ध्यान रखना संगठन की प्राथमिकता है।  

सबकुछ पारदर्शी तरीके से समाज को पूरी सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक, सांस्कृतिक उत्थान के लिए प्रयासरत।        

सदस्य बने, बनाएँ, सहयोग करें और ढोंग से मुक्ति पाएँ। समाज मे क्रान्ति लाएँ। आप समृद्ध तो समाज समृद्ध। 

        बहाने न बनाएँ, समाज के उत्थान की समिधा के अंग बनें। संकल्प लें। यह कार्य आप किसी दूसरे के लिए नहीं कर रहे बल्कि इसमे हमारे समाज का कल्याण अंतर्निहित है।

ध्यान रहे, सामाजिक जड़ को सींचे बिना राजनीतिक फल प्राप्त नहीं हो सकती।       

- महथा ब्रज भूषण सिन्हा, 

राष्ट्रीय अध्यक्ष, 

अखिल भारतीय कायस्थ संगठन