About Us

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मषीभाजन संयुक्तश्चरसि त्वं माहितले। लेखनी कटनी हस्त, चित्रगुप्त नम स्तुते।।
चित्रगुप्त नमस्तुभ्यं लेखकाक्षरदायकम्। कायस्थ जातिमासाद्यम चित्रगुप्त नम स्तुते।।

मुख्यालय : किशोरगंज, रोड न॰ 6, हरमु रोड, रांची-834001

वैबसाइट: www॰bhartiyakayastha॰org , E mail ID: info@bhartiyakayastha॰org, abksindia7@gmail.com मोब: 9430753300(Help-Whats app) / 9934582611 (call & whats app)

एक परिचय अखिल भारतीय कायस्थ संगठन का उद्देश्य सम्पूर्ण समाज को एकता के सूत्र में बांधना है. अभाकास पूर्ण संगठित,सशक्त,दोषरहित एवं समरसता के बल पर कायस्थ समाज को परम वैभव पर पहुंचाना अपनाएकमात्र लक्ष्य रखती है । सभी हिन्दी-अहिंदी प्रदेशों के उपजातिगत भेदभाव रहित, समतामूलक समाज का निर्माण करने के लिए संगठन काम कर रहा है एवं आगे भी करेगा। संगठन समाज को राजनीति मे सम्मानजनक मुकाम तक पहुंचाने के लिए युवाओं को सक्षम बनाने का कार्य करेगा। पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं का व्यवहार सभी कायस्थों के लिए समान भाव रखने का प्रयास करेंगे। संगठन निःस्वार्थ भाव से सामाजिक सेवा मे संलग्न होगी एवं सभी स्तरों पर पूर्ण पारदर्शिता बनाए रखेगी।

आर्थिक सहयोग से सामाजिक एकता

संगठन का मानना है कि समस्त कायस्थ जति मे सक्रियता, सजगता बनाय रखने के लिए मासिक सहयोग के रूप मे न्यूनतम30रुपये की राशी ली जाय जिससे अनवरत हमसभी एक दूसरे से जुड़े रहें और आपसी संवाद कभी शिथिल न हो। इससे एक तरफ भाईचारा विकसित होगी वहीं दूसरी ओर एक दूसरे से परिचय का क्षेत्र बढ़ेगा जिससे संबंध प्रगाढ़ होने के साथ-साथ मदद के हांथ लंबे होंगे।

पारिवारिक वैवाहिक संबंध से एकता

संगठन का दृष्टिकोण है कि कायस्थ एकताके लिएकायस्थों के बीच उपजाति, क्षेत्रियता, भाषाई भिन्नताओं को दरकिनार कर वैवाहिक रिश्ते स्थापित होने से देश भर के कायस्थ एकजुट होंगे, जो जातिगत मजबूती के लिए परम आवश्यक है। अतः संगठन इस क्षेत्र मे सक्रिय रूप से कार्य करेगा।

भगवान श्री चित्रगुप्त पूजन, प्रबंधन, स्थापन एवं जीर्णोद्धार

संगठन इस क्षेत्र मे बेहद संवेदनशीलता के साथ कार्य करने के लिए तत्पर है। इस निमित एक राष्ट्रीय प्रकोष्ठ बनाकर देश के समस्त भगवान श्री चित्रगुप्त मंदिर के सारे आंकड़े इकट्ठे करेगी। उनके जीर्णोद्धार का ब्लू प्रिंट तैयार कर इस निमित होने वाले खर्च का आकलन कर विस्तृत कार्यसूची बनायगी एवं सामाजिक सहयोग/ प्रशासनिक सहयोग को रेखांकित कर , बजट तैयार कर सुधार की दिशा मे कार्य करेगी। सम्पूर्ण प्रबंधन को हांथ मे लेकर क्षेत्रीय समितिगठित कर कार्य को हांथ मे लेगी।

शिक्षा एवं रोजगार

कायस्थ समाज का सामाजिक ढांचा लोकसेवा, शासन–प्रशासन एवं निजी क्षेत्र मे नौकरी पर आधारित रहा है। आजादी के बाद सरकार के आरक्षण नीति के कारण अब सवर्ण कहे जाने वाली जातियों का सरकारी नौकरियों मे अनुपात दिन प्रतिदिन घटता गया है जिससे हमारा समाज का मुख्य जीविकोपार्जन के स्रोत प्रायः सुख सा गया है। वर्तमान मे अब नौकरी की संभावनाएं सिर्फ अति मेधावी छात्र के लिए तथा निजी क्षेत्र मे ही रोजगार के कुछ अवसर दिखाई पड़ रहे हैं। ऐसी परिस्थिति मे संगठन का यह मानना है कि समाज के बच्चों को बेहतर शिक्षा व्यवस्था एवं स्व् रोजगार हेतु प्रशिक्षित किया जाये, ताकि उत्तम शिक्षा के बदौलत अच्छे नौकरियों के लिए प्रतियोगिता मे सफल हों, एवं नौकरी पर निर्भरता तथा बेरोजगारी की समस्या दोनों समाप्त करने मे मदद मिल सके।

संगठन के वर्तमान साधन

वर्तमान युग मे सोशल मीडिया एवं इन्फॉर्मेशन टेक्नालॉजी के प्रभाव को देखते हुये संगठन की शुरुआत सशक्त और व्यापक वैबसाइट को आधार बना कर किया गया है। संगठन अपनी बात, कार्यक्रम, सूचनाएँ, सदस्यता, रोजगार , प्रशिक्षण के कार्यक्रम इस वैबसाइट के माध्यम से पूरी पारदर्शिता के साथ समाज मे रखेगी । शादी हेतु सामाजिक मैरेज पोर्टल के माध्यम से शादी-व्याह के कठिनाई को दूर करने का प्रयास तीव्र गति से तथा पूरी पारदर्शिता के साथ करेगी । संगठन मे सदस्यता एवं सहयोग राशि वैबसाइट पर लगे पेमेंट गेटवे के माध्यम से ऑनलाइन पेमेंट संगठन के अकाउंट मे ही लेने का प्रावधान है। अभी निम्न लिखित वैबसाइट संगठन को गति प्रदान करने एवं सामाजिक सेवा के निमित कार्यरत हो गए है। www.bhartiyakayastha.org www.jobapply.bhartiyakayastha.org www.mangalshadi.com

संगठन के चतुर्दिक सशक्तिकरण से समाजिक विकास

समाज को राजनीतिक शक्ति प्राप्त करने हेतु, सामाजिक संगठन को सशक्त होना परम आवश्यक है। संगठन युवाओं को राजनीति के क्षेत्र मे प्रोत्साहित करेगी। तथा उनके संवर्धन हेतु सहयोग करने के लिए तत्पर रहेगी। संगठन किसी दल विशेष के प्रभाव मे न कार्य करेगी और न ही किसी दल को समर्थन देने की राजनीतिक घोषणा करेगी। पर अपने समाज के उम्मीदवार चाहे जिस भी दल से संबन्धित होंगे उन्हे भरपूर समर्थन देगी। एक क्षेत्र मे एक से अधिक कायस्थ उम्मीदवार होने की स्थिति मे चुनाव के स्थिति के अनुसार जीतने वाले उम्मीदवार को समर्थन देगी तथा प्रयास करेगी कि कायस्थ उम्मीदवार को कायस्थ उम्मीदवार से टकराव न हो। हर हाल मे अखिल भारतीय कायस्थ संगठन किसी भी दल का छाया संगठन की तरह कार्य नहीं करेगी।

“संगठन के सदस्य संगठन का प्रमुख आधार” की अवधारणा पर संगठन कार्य करेगी। सहयोगकर्ता के आर्थिक योगदान के आधार पर संगठन उन्हे मानद सदस्य बनाएगी, जिन्हे अलग-अलग स्तर के कार्य समितियों मे भाग लेने का अधिकार प्राप्त होगा। संगठन समय-समय पर अपनी नीतियों को आवश्यकतानुसार समीक्षा करेगी तथा नए उपबंधों , नियमों एवं संगठन के विस्तार हेतु बदलाव करती रहेगी।

"संगठन का पंच लाइन: सामाजिक सहभागिता एवं विकास मे कोई पीछे न छुट जाये"

Mahatha Braj Bhushan Sinha is founder/organizer of this site. He is a social activist, who believes to work sincerely and with full dedication for the development and strengthening of Kayastha Pariwar. He is one of the prominent personalities of Jharkhand who has given great endeavors in serving the people of Kayastha Society as well as making all the Kayastha Organzations in Jahrkhand unite together to serve the one common goal i.e, “The All Round Development of Kayastha Pariwar”. He is serving as District President of Akhil Bhartiya Kayasth Mahasabha since 2007 onwards. It is evident from his great efforts that since 2008 all the Chitragupta Puja Committees of Ranchi are performing the VISARJAN Of LORD CHITRAGUPTA COLLECTIVELY. He also started the concept of awarding with Shield and Trophies to such Pooja Committees who were organizing the Chitragupt Pooja in best ways, in order to develop the feeling of integrity and collectiveness among Kayashthas. During his tenure as District President He has successfully organized District Level Kayasth Sammelan in the year 2009. I feel immense pleasure to bring to you this website http://www.bhartiyakayastha.org, which is one of the steps to achieve the integrity and development of Kayashta. The aim of this site is to improve our community adding each and every kayastha through a strong chain. It is evident from the history of the nation that numerous kayasthas have given their life to for the betterment of nation as well as Kayastha Community. Today we observe that Kayastha community is not only scattered but due to various policies like reservation and non cooperation with Kayasthas have led to a situation where the Samaj.